भारत का लोकतंत्र;
आईए जानते है आज का भारत , हमारा प्यारा भारत ;
देश का महोल अगर हम जानना चाहते है , तो हमे थोड़ा पीछे राजनीति के तरह चल कर देखना होगा , यूपीए की सरकार जाने के बाद एनडीए जीसे बीजेपी के अगुवाही मे सरकार 2014 मे बनती है , उस टाइम का जीडीपी ग्रोथ रेट 7. 4 % था ` जो उस समय चीन से भी ज्यादा या लगभग बराबर ही था , इस समय 2025 का जीडीपी ग्रोथ रेट भारत का टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार 6.2% है , सरकार इसके पीछे कई कारण बताती है , पहेल कोविड , महामारी , पीएम जन धन योजना , देश का इंफ्रा स्ट्रक्चर ।
भारत का लोकतंत्र , टैक्स सिस्टम इन इंडिया
किस तरह से कुचला जा रहा है , भारत के लोकतंत्र को जिस तरह से आज का महोल है देश मे तो देश के गरीबों का बात छोड़ कर अगर अब अमीरों की बात करें तो न जाने कितने भारतीय उद्धोगपतियों ने दूसरे देश मे जा कर वह कि नागरिकता ले ली है , वजह यह है की यहाँ पर किसी भी तरह का सुरक्षा और कमाई से लिया गया टैक्स उससे देश के लोगों पर कोई खर्च न होना , आप साफ शब्दों मे समझ सकते हो , अभी के भारत देश का टैक्स सिस्टम बहुत बिगड़ चुका है , इस देश की जनता अपने खून पसीने का कमाई इस देश को आगे ले जाने मे लगता है पर मिलता क्या है उसको टैक्स हर समान पर टैक्स एक गरीब घर का आदमी अपने परिवार को चलाने के लिए अब सबसे ज्यादा परेशान हो गया है , इस तरह का टैक्स को ले कर जब जनता या कोई नेता आवाज उठता है , उसको जेल मे डाल दिया जाता है , अगर कोई पत्रकार सवाल करता है तो उसको अपने नॉकरी से हाथ धोना पड़ जाता है , कई पत्रकार की जिंदगी से भी खिलवाड़ हो जाता है ,
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भारत का लोकतंत्र क्यों खतरे मे है ,
आप को अभी तक कुछ तो समझ आया ही होगा , पर सच्चाई अब जानेंगे भारत की मीडिया जो अब जनता के सवाल को दबा कर सरकार के गुणगान करने मे लगा रहता है , क्या आप ने इस बात पर कोई विचार किया , भारत कि मीडिया को भारत के लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है , क्योंकि मीडिया का काम है सरकार तक जनता का आवाज पहुचना , पर अब ऐसा हो गया है देश के किसान , देश का क्षात्र , देश का नवजवान , देश मे हो रहे किसी भी अत्याचार पर मीडिया का कोई सवाल नहीं होता है सरकार से , देश मे समय समय पर अपना अजेंडा सरकार मीडिया को देता है और उसी अजेंडे पर बोलना न्यूज लिखना ये सब मीडिया करता है ,
भारतीय किसान ,
किसान को सही MSP नहीं मिल रहा , किसान जब सरकार तक अपनी बात पहुचाने की कोशिस मे दिल्ली मे धरणा परदर्शन कि के लिए आते है तो उन्हे उनके हक और अधिकारों को वहीं कुचल दिया जाता है , और उनको सरकार द्वारा रोका जाता है , जिसमे कई किसानों कि जान भी चली जाती है , सालों साल किसानों कि आवाज को दबा दिया जाता है , और जब बात मीडिया की आती है तब मीडिया मे चलाया जाता है , ये तो खालिस्तानी है ;
रोजगार का न होना ,
देश मे रोजगार नहीं है लाखों युवा रॉड पर है , सरकार खाली पदों को नहीं भर रहा है , जिस भी विभाग मे क्षात्र आज आवेदन करते है , नॉकरी के लिए कभी इग्ज़ैम लीक हो जाता है , कभी भर्ती ही रद्द कर दिया जाता है , सरकार की तरफ से कोई अस्वासन तक नहीं मिलता है , और देश के बेरोजगार युवाओं को आज खाली हाथ रहना पड़ रहा है उनके लिए लोकतंत्र मे कोई जगह नहीं है ,
न नारी सकती न नारी सुरक्षा
देश मे हो रहे बहन बेटियों के लिए कोई सुरक्षा नहीं है, और अत्याचार होता है तो उसमे भी जात – पात उच्चनीच का भेदभाव देख कर और जब वो अपनी आवाज उठान चाहते है , भारत का सरकारी कानून व्यवस्था भी उच्चनीच का भेदभाव देख कर ही कार्यवाही करता है , और कई केसेस मे यही कानून अपने हाथों से लोकतंत्र कि हत्या करके उन मासूम लोगों के साथ हो रहे आती आचार को छुपाने मे लग जाता है , मीडिया यहाँ भी खामोस होता है ,
भारत मे 2024 के लोकसभा इलेक्शन भी इससी मुद्दे पर जोर दे कर काँग्रेस पार्टी ने इंडिया नाम की अलाइन्स कई पार्टी को जोड़ कर बनाया , और संविधान बचाओ जैसे नारे लगए , क्योंकि इस बार बीजेपी का कहना था हमे 400 सीट लाना है ताकि हम संविधान को बदल सके और भारत के लोकतंत्र को खतम किया जा सके , बीजेपी के कई कार्यकर्ता इस बात को खुले मंच से बोलने लगे थे ,
अगर आप को हमारा जानकारी अच्छा लगे तो आप इसे अपने दोस्तों तक जरूर पहुचाएं , धन्यवाद
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