28 january की रात महाकुंभ मेला क्षेत्र मे संगम नोज के पास भगदड़ हुआ , और इसमे सरकार का दावा है कि 30 लोग मारे गए हैं और 80 – 90 घायल हो गए है पर वहाँ से कई और भी जानकारियाँ प्राप्त हुई है , संगम नोज से लगभग 2.00 km पर झूसी नाम के इलाके मे एक और भगदड़ हुआ था ।
और झूसी मे बने एक हल्दीराम स्टोर मे कई लोग शरण लिए दिखे , वहाँ से कुछ जानकारियाँ आई बताया गया कि 30 से 35 लोगों वह पूरी तरह से घायल हो रखे थे ,
महाकुंभ मे फिर से लग गई आग , बताया जा रहा है रविवार के दिन लागि भीषण आग धु धु कर जल रहे ,
रविवार के दिन तुलसी मार्ग के सेक्टर 19 मे के रेलवे पुल के नीचे गीता प्रेस गोरखपुर के सिवीर मे लगी , देखते देखते बिकराल हो गई , सिलेंडर फटने से लगी आग कुछ ही मिनटों मे शिविर के दूसरे हिस्सों मे भी दहकने लगी , यहाँ रखा ग्रहस्ती का सारा समान खाक हो गया , र जिस समय आग लगी ठीक उसी समय ट्रेन पुल के ऊपर से गुजर रही थी हालाँकि ट्रेन तक आग कि लपटे नहीं पहुची , भगदड़ मे 1 के घायल होने कि खबर आई है , महाकुंभ नगर के आखड़ा पुलिस प्रभारी भास्कर मिश्रा ने बताया है कि , महाकुंभ सेक्टर 19 मे 2 एलपीजी सिलेंडर फटने से लगी आग कुछ का कहना ये भी बताया गया है , आग की छोटी चिंगारी से आग लगी है , मेला के मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया है कि आग लगने से 18 तंबुओं को अपने चपेट मे लिया है , 15 दमकल कि गाड़ियों ने आग पर काबू प लिया है , समय पर NDRF की टीम पहुच गई थी , समय पर एम्बुलेंस भी बुला ली गई थी , बताया जा रहा है कि मौके पर मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी खुद पहुच कर घटना का जायजा लिया ,
कहा जाता है कि पीएम मोदी ने भी सीएम योगी को फोन करके घटना के बारे मे बताया
महा कुंभ मेले मे मौनी आमवस्या के दिन भारी भीड़ से हुआ भगदड़ जिससे सैकड़ों श्रद्धालुओं का हुआ हिंसात्मक हत्या , सैकड़ों घायल , प्रसाशन कि लापरवाही से हुआ भीड़ मे भगदड़ और लोगों ने गवाई अपनी जिंदगी महाकुंभ प्रयागराज मे मनाया जाता है, सैकड़ों वर्षों की धारणां रही है कि , समुन्द्र मंथन से निकला अमृत कलश के चार बूंद (अमृत) धरती पर आ गिरा था जिसमे एक बूंद प्रयागराज की धरती को माना जाता है ,
धरती पर गिरे अमृत की चार स्थानों के नाम :
- प्रयागराज
- हरिद्वार
- उज्जैन
- नाशिक
इन चार जगहों पर महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है .
- और यहाँ का खास मान्यता ये भी है कि जो लोग पर स्नान करने से पाप से मुक्ति पाया जा सकता है .
- महाकुम्भ हर 12 सालों मे आता है .
- 12 कुंभ मेले के बाद (144) सालों के बाद विशेष कुंभ आता है .
पौराणिक कथाओं के अनुसार महाकुंभ मे स्नान करने से पूजा करने से कई गुणा अधिक पुण्य प्राप्त किया जा सकता है .
स्नान करने के कुछ विशेष दिन आईए जानते है ,
- पौष पूर्णिमा
- मकर संक्रान्ति
- मौनी अमावस्या
- वसंत पंचमी
- माघी पूर्णिमा
- महाशिवरात्रि